पूर्णिया: पांच नदियों से घिरे पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में बाढ़ ने दस्तक दे दी है। अनुमंडल की छ:पंचायतें बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। बाढ़ को लेकर इस क्षेत्र में कई राहत कैम्प भी खोले गए हैं। इसके अलावे एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर तैनात कर दी गयी है। बाढ़ के हालात का जायजा लेने आज बोट से पूर्णिया एसपी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे।
बायसी अनुमंडल के ताराबाड़ी,लोटियाबाड़ी,कदगामा, हफनियां,खाड़ी और हरिपुर समेत छ: पंचायतें बाढ़ से बुरी तरह घिरी हैं। यहां के हजारों लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। सैकड़ों लोग बाढ़ राहत कैम्पों में शरण लिए हुए हैं। आज पूर्णिया के एसपी निशांत तिवारी, बायसी एसडीएम सह प्रशिक्षु आईएएस शशांक शुभंकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने एसडीआरएफ के बोट से ताराबाड़ी पहुंचे। बोट से दो घंटे के सफर के बाद सभी लोग ताराबाड़ी पहुंचे। ताराबाड़ी के राहत कैम्प में करीब डेढ़ सौ लोग मौजूद थे। लोगों ने कहा कि उनके घरों में पानी घुस गया है। बाढ़ के कारण लोग परेशान हैं। बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे राहत कैम्पों में अच्छी व्यवस्था है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के दौरान एसपी निशान्त तिवारी और एसडीएम प्रशिक्षु आईएएस शशांक शुभंकर ने राहत कैम्प में खाना खाया। एसपी ने कहा कि कैम्प में खाना काफी स्वादिस्ट बना है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को किसी तरह की समस्या न हो इसके लिये एसडीआरएफ की टीम लगी है। जिला प्रशासन और पुलिस टीम भी लगी हुई है। वहीं बायसी एसडीएम ने कहा किआज महानंदा और कनकई नदी का पानी घट गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ीतों के लिये छ: राहत कैम्प चलाए जा रहे हैं। एसडीआरएफ की टीम अपने बोट से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालकर ला रही है। यहां मेडिकल टीम भी काम कर रही है। लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं है।
बहरहाल जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को निकालकर मुफीद जगह पर पहुंचा दिया है। मगर अब देखना होगा कि जब महानंदा अपने रौद्र रूप में आकर लोगों को घर से बेघर करती है तो जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है?