तमन्ना थी, पुलिस बनकर बदमाशों को सबक सिखाने की, लेकिन इससे पहले ही बदमाशों ने ले ली उसकी जान, परिजनों ने शनिवार को ही थाने में पहुंच कर लगाया था ढूंढने की फरियाद
अरवल– सपनों की उड़ान भरने की चाहत लेकर शनिवार की सुबह बिहार पुलिस में जाने की तैयारी करने घर से निकली युवती का शव रविवार की सुबह बरामद हुई है। घटना के बारे में बताया जाता है कि शनिवार की सुबह पिडहो गांव के राधेश्याम साव के पुत्री रमता कुमारी पुलिस के तैयारी करने सुबह दौड़ने जाती थी। लेकिन वह वापस जब घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने खोज बिन शुरू कर दी, पूरे दिन खोजबीन करने के उपरांत जब उसका कहीं पता नहीं लगा तो स्थानीय तेलपा ओपी में परिजनों ने शिकायत करने पहुंचे।
लेकिन ओपी अध्यक्ष के नहीं रहने के कारण इस पीड़ित परिवार का मामला भी दर्ज नहीं किया गया। शायद उस वक्त पुलिस इनकी बात को गंभीरता से लेती और जांच पड़ताल में जुट जाती तो उसकी लाडली का जान बच सकती थी। लेकिन पुलिसिया कार्रवाई जिस शिथलता के साथ की जाती है कहीं न कहीं इस मामले में भी वही शीतलता सामने आया। रविवार की सुबह इस लड़की का शव सीमावर्ती औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के बधार से प्राप्त हुआ है। पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
हांलाकि अभी तथा स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसकी हत्या के पीछे आखिर वजह क्या है। वह इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। राजनीतिक दल के लोग जहां पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं वह अपने होनहार बेटी को खोने के गम में पूरा परिवार गहरे सदमे में है। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना से अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं.?